Biography of Savitribai Phule | भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जीवनी

Biography of Savitribai Phule | सावित्रीबाई फुले का नाम भारत की प्रथम नारीवादियों में गिना जाता है। वह देश की पहली महिला शिक्षिका थीं। उन्होंने अपने पति समाजसेवी महात्मा ज्योतिबा फुले (Jyotirao Phule) के साथ मिलकर वर्ष 1848 में बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की थी। इस स्कूल में सावित्रीबाई फुले प्रधानाध्यापिका भी थीं। इसके साथ ही सावित्रीबाई फुले को आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत भी माना जाता है। बता दें कि हर वर्ष भारत में 03 जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती (Savitribai Phule Jayanti 2025) मनाई जाती है। इस ब्लॉग में सावित्रीबाई फुले का जीवन परिचय (Biography of Savitribai Phule) और उनके कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया है।

सावित्रीबाई फुले का जन्म, जन्मस्थान एवं माता-पिता | Birth, birthplace and parents of Savitribai Phule

सावित्रीबाई फुले का जन्म 03 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित नायगांव नामक छोटे से गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम ‘खंडोजी नैवेसे पाटिल’ और माता का नाम ‘लक्ष्मीबाई’ था। महज 9 वर्ष की अल्प आयु में सावित्रीबाई फुले का विवाह ‘ज्योतिबा फुले’ (Jyotirao Phule) से हुआ था, उस समय ज्योतिबा फुले भी महज 13 वर्ष के थे। अपने विवाह के समय, सावित्रीबाई फुले के पास कोई औपचारिक शिक्षा नहीं थी। वहीं ज्योतिबा फुले उस समय तीसरी कक्षा में पढ़ते थे।

भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं | The first female teacher of India

सावित्रीबाई फुले ने अपने पति ज्योतिबा फुले से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने 17 वर्ष की आयु में अपने पति महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर वर्ष 1848 में महाराष्ट्र के पुणे में बालिकाओं के लिए एक स्कूल खोला, जो लड़कियों के लिए देश का पहला स्कूल माना जाता है। फिर वर्ष 1951 के आसपास उन्होंने लड़कियों के लिए दूसरा स्कूल खोला। इसके साथ ही उन्होंने अशिक्षा, स्त्रियों के अधिकारों, छुआछूत, सतीप्रथा व बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई।

सावित्रीबाई फुले का निधन | Death info about Savitribai Phule

सावित्रीबाई फुले ने अपना संपूर्ण जीवन समाज सुधार और स्त्री शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया था। वहीं सावित्रीबाई फुले की मृत्यु 10 मार्च, 1897 को प्लेग के मरीजों की देखभाल करने के दौरान हुई थी। किंतु आज भी उन्हें उनके संघर्ष और योगदान के लिए याद किया जाता है।

सावित्रीबाई फुले के अनमोल विचार – Savitribai Phule Quotes in Hindi

यहाँ सावित्रीबाई फुले का जीवन परिचय (Biography of Savitribai Phule) के साथ ही उनके कुछ अनमोल विचारों के बारे में बताया गया हैं:-

★ किसी समाज या देश की प्रगति तब तक संभव नहीं जब तक कि वहां कि महिलाएं शिक्षित ना हों।

★ शिक्षा हर महिला की मुक्ति की कुंजी है।

★ बेटी के विवाह से पूर्व उसे शिक्षित बनाओ ताकि वह अच्छे-बुरे में फर्क कर सके।

★ जितना अधिक आप जानते हैं, आपके डरने की संभावना उतनी ही कम होगी।

★ स्वाभिमान से जीने के लिए पढ़ाई करो, पाठशाला ही मनुष्य का सच्चा गहना है।

★ एक सशक्त और शिक्षित स्त्री सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है। इसलिए तुम्हारा भी शिक्षा का अधिकार होना चाहिए। कब तक तुम गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी रहोगी, उठो और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करो।

2 thoughts on “Biography of Savitribai Phule | भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जीवनी”
  1. सावित्री फुले जी का जीवन परिचय बहुत ही प्रेरणादायक है सभी महिलाओं को चाहिए कि उनके जीवन से महत्वपूर्ण तथ्यों को लेकर के अपने जीवन में शामिल करें / और समाज में महिलाओं की स्थिति को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें /

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